Wednesday, December 17, 2014

मुझसे बिछड़ के ख़ुश रहते हो???

मुझसे बिछड़ के ख़ुश रहते हो???
मेरी तरह तुम भी झूठे हो...

इक टहनी पर चाँद टिका था,
मैं ये समझा तुम बैठे हो...

उजले- उजले फूल खिले थे,
बिल्कुल जैसे तुम हँसते हो...

मुझ को शाम बता देती है,
तुम कैसे कपड़े पहने हो...

तुम तन्हा दुनिया से लड़ोगे???
बच्चों सी बातें करते हो...

- बशीर बद्र


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