Tuesday, October 14, 2014

♥ जिन्दगी तो नाम को सिर्फ मेरी है... ♥

जिन्दगी तो नाम को सिर्फ मेरी है‚
वैसे तो ये सिर्फ तुम्हारी है।।

सारे जहां के दरमियां बात भी सबसे अलग तुम्हारी है।।

तुम इस जहां में कुछ खास हो‚
तभी तो दुनिया की भीड़ में भी कुछ अलग पहचान तुम्हारी है।।

मेरी तो सांसें भी तुम्हारी हैं‚
तभी तो इन सांसों में खुशबू भी सिर्फ तुम्हारी है।।

अब तो मोहब्बत का आलम ये है कि‚
आइने में देखता तो खुद को हूं‚‚
पर उस आइने में दिखती सूरत सिर्फ तुम्हारी है।।♥।।

दीपराज सेंगर   




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1 comment:

  चुप चुप अब रहता हूँ, तो फिर बोलना सिखा दे। मैं हँसता नहीं अब, तो फिर मुस्कुराना सिखा दे । सिखा दे हर वो चीज जो मैं भूल गया हूँ। ...